हेल्लो दोस्तों आज मैं आपके साथ एक ऐसा टॉपिक शेयर करने जा रहा हू जो बहुत ही सेंसिटिव टॉपिक है.
दोस्तों मैं लिंग परिक्षण के बहुत ज्यादा खिलाफ हू लेकिन ये कुछ ऐसे तरीके है जिनमें हम लिंग या भूर्ण की जांच नहीं करते है बस अनुमान लगाते है और अनुमान 95% सही होता है और ये तरीके हमारे वेदों और विद्वानों ने बताएं है.
आज आप पढेंगे -
ये तो हुई भारतीय मान्यताओं की बात, आज हम आपको चीनी पद्धति के अनुसार गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग किस प्रकार जांच जाता है, इसके बारे में बताएंगे। तो चलिए जानते हैं अनोखी चीनी विधा को।
माना जाता है चीनी कैलेंडर के अनुसार बच्चे के लिंग की जांच करने की विधा सबसे पुरानी विधाओं में से एक है। एक अनुमान के अनुसार करीब 700 साल पहले बीजिंग में इस विधा का उद्भव हुआ था। हालांकि बहुत से लोग इस कैलेंडर की सत्यता पर संदेह रखते हैं, लेकिन चीनी लोग इसे पूरी तरह जांची-परखी विधा मानकर इस पर पूरा विश्वास करते हैं।
इसलिए गर्भधारण करने के माह और माता की उम्र के आधार पर एक कैलेंडर का निर्माण किया गया, जिसके आधार पर आने वाले बच्चे का लिंग पता लगाया जा सकता है। यह कैलेंडर पूर्ण रूप से चीनी लोगों के निजी अनुभवों पर ही आधारित है।
इस कैलेंडर का निर्माण चंद्रमा के आधार पर किया गया है, जिसमें चंद्रमा के विभिन्न चरणों के आधार पर तारीखों और महीनों के गणना की जाती है। इस कैलेंडर के आधार पर ही मां की उम्र और गर्भधारण के माह की गणना कर बच्चे के लिंग की भविष्यवाणी संभव होती है।
इस कैलेंडर और प्राचीन चीनी मान्यता के आधार पर यह माना जाता है कि समान उम्र की महिलाएं जब समान माह में गर्भ धारण करती हैं तो ये बहुत हद तक संभव है कि उनके होने वाले बच्चे भी समान लिंग के ही हों। उदाहरण के तौर पर, चीनी कैलेंडर के आधार पर अगर 21 साल की कोई स्त्री जनवरी माह में गर्भधारण करती है तो यह संभावना प्रबल है कि वह एक पुत्र को ही जन्म दे।
अगर आप भी चीनी कैलेंडर द्वारा गर्भस्थ शिशु का लिंग जानना चाहते हैं या जानने के लिए उत्साहित हैं तो आपको चीनी कैलेंडर के लिए ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। आपको ऑनलाइन ऐसी कई साइटें मिल जाएंगी, जिनकी सहायता से आप चीनी कैलेंडर के आधार पर उम्र जान सकते हैं।
garbh me ladka ya ladki in hindi
दोस्तों मैं लिंग परिक्षण के बहुत ज्यादा खिलाफ हू लेकिन ये कुछ ऐसे तरीके है जिनमें हम लिंग या भूर्ण की जांच नहीं करते है बस अनुमान लगाते है और अनुमान 95% सही होता है और ये तरीके हमारे वेदों और विद्वानों ने बताएं है.
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1. चीनी विधा
ये तो हुई भारतीय मान्यताओं की बात, आज हम आपको चीनी पद्धति के अनुसार गर्भ में पल रहे बच्चे का लिंग किस प्रकार जांच जाता है, इसके बारे में बताएंगे। तो चलिए जानते हैं अनोखी चीनी विधा को।
2. चीनी कैलेंडर - लड़का या लड़की
माना जाता है चीनी कैलेंडर के अनुसार बच्चे के लिंग की जांच करने की विधा सबसे पुरानी विधाओं में से एक है। एक अनुमान के अनुसार करीब 700 साल पहले बीजिंग में इस विधा का उद्भव हुआ था। हालांकि बहुत से लोग इस कैलेंडर की सत्यता पर संदेह रखते हैं, लेकिन चीनी लोग इसे पूरी तरह जांची-परखी विधा मानकर इस पर पूरा विश्वास करते हैं।
3. लिंग का पता लगाना - लड़का या लड़की
इसलिए गर्भधारण करने के माह और माता की उम्र के आधार पर एक कैलेंडर का निर्माण किया गया, जिसके आधार पर आने वाले बच्चे का लिंग पता लगाया जा सकता है। यह कैलेंडर पूर्ण रूप से चीनी लोगों के निजी अनुभवों पर ही आधारित है।
3. गर्भधारण का माह
इस कैलेंडर का निर्माण चंद्रमा के आधार पर किया गया है, जिसमें चंद्रमा के विभिन्न चरणों के आधार पर तारीखों और महीनों के गणना की जाती है। इस कैलेंडर के आधार पर ही मां की उम्र और गर्भधारण के माह की गणना कर बच्चे के लिंग की भविष्यवाणी संभव होती है।
4. समान उम्र की महिलाएं
इस कैलेंडर और प्राचीन चीनी मान्यता के आधार पर यह माना जाता है कि समान उम्र की महिलाएं जब समान माह में गर्भ धारण करती हैं तो ये बहुत हद तक संभव है कि उनके होने वाले बच्चे भी समान लिंग के ही हों। उदाहरण के तौर पर, चीनी कैलेंडर के आधार पर अगर 21 साल की कोई स्त्री जनवरी माह में गर्भधारण करती है तो यह संभावना प्रबल है कि वह एक पुत्र को ही जन्म दे।
5. गर्भस्थ शिशु
अगर आप भी चीनी कैलेंडर द्वारा गर्भस्थ शिशु का लिंग जानना चाहते हैं या जानने के लिए उत्साहित हैं तो आपको चीनी कैलेंडर के लिए ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है। आपको ऑनलाइन ऐसी कई साइटें मिल जाएंगी, जिनकी सहायता से आप चीनी कैलेंडर के आधार पर उम्र जान सकते हैं।
Health Tips in Hindi
दूसरा तरीका -
- गणित के फोर्मुले से जाने की लड़का या लड़की
- आइए जानते हैं कि पीरियड के बाद किस दिन गर्भ ठहरने से आपको पुत्र की प्राप्ति होगी, तो किस दिन गर्भ ठहरने से पुत्री की प्राप्ति होगी. किस रात को गर्भ ठहरने से किस तरह का सन्तान जन्म लेगा.
Period शुरू होने वाले दिन से चौथी, छठी, 8वीं, 10वीं, 12वीं, 14वीं और 16वीं रात को गर्भ ठहरने से पुत्र प्राप्त होता है.
जबकि Period शुरू होने वाले दिन से 5वीं, 7वीं, 9वीं, 11वीं, 13वीं तथा 15वीं रात को गर्भ ठहरने से पुत्री प्राप्त होती है.
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- 1. चौथी रात को गर्भ ठहरने से होने वाला बेटा, कम आयु वाला और गरीब होता है.
2. 5वीं रात को गर्भ ठहरने से होने वाली बेटी, भविष्य में सिर्फ लड़कियाँ हीं पैदा करती है.
3. छठी रात को गर्भ ठहरने से जन्म लेने वाला बेटा, मध्यम आयु वाला होता है.
4. 7वीं रात को गर्भ ठहरने से जन्म लेने वाली बेटी, बांझ होती है.
5. 8वीं रात को गर्भ ठहरने से जन्म लेने वाला बेटा, ऐश्वर्यशाली होता है.
6. 9वीं रात को गर्भ ठहरने से जन्म लेने वाली बेटी, ऐश्वर्यशालिनी होती है.
7. 10वीं रात को गर्भ ठहरने से जन्म लेने वाला बेटा, चतुर होता है.
8. 11वीं रात को गर्भ ठहरने से जन्म लेने वाली बेटी, चरित्रहीन होती है.
9. 12वीं रात को गर्भ ठहरने से जन्म लेने वाला बेटा, पुरुषोत्तम होता है.
10. 13वीं रात को गर्भ ठहरने से जन्म लेने वाली बेटी, वर्णसंकर होती है.
11. 14वीं रात को गर्भ ठहरने से जन्म लेने वाला बेटा, उत्तम होता है.
12. 15वीं रात को गर्भ ठहरने से जन्म लेने वाली बेटी, सौभाग्यवती होती है.
13. 16वीं रात को गर्भ ठहरने से जन्म लेने वाला बेटा, सर्वगुण संपन्न होता है.
- पुत्र प्राप्ति के लिए Period शुरू होने वाले दिन से गिन कर चौथी, छठी, 8वीं, 10वीं, 12वीं, 14वीं और 16वीं रात को सम्भोग करना चाहिए. जबकि पुत्री प्राप्ति के लिए 5वीं, 7वीं, 9वीं, 11वीं, 13वीं तथा 15वीं रात को सम्भोग करना चाहिए.
सावधानियाँ :
1. Period की सही गिनती करें:
Period शुरू होने वाले दिन को पहला दिन गिनना चाहिए.
- अगर आपका Period 10 April को रात 9 बजे शुरू हुआ है तो 11 April को रात 9 बजे आपके Period का एक दिन पूरा होगा.
ध्यान रखें आप 11 April को दूसरा दिन न गिनें. Period शुरू होने के 24 घंटे के बाद हीं दूसरा दिन गिनें.
- अगर आपको बेटा चाहिए तो जबतक गर्भ ठहर नहीं जाता है, तबतक 5वीं, 7वीं, 9वीं, 11वीं, 13वीं तथा 15वीं रात को Sex नहीं करें.
उसी तरह अगर आपको बेटी चाहिए तो चौथी, छठी, 8वीं, 10वीं, 12वीं, 14वीं और 16वीं रात को गर्भधारण होने से पहले Sex न करें - आपकी गिनती में 1 भी घंटे की गलती नहीं होनी चाहिए. गलत गिनती इच्छित परिणाम नहीं प्राप्त होने देगी.
ये तरीके है लड़का या लडकी पाने के
कैसे पता लगाएं कि पेट में लड़का है
क्या आप लड़के की आस लगा रहीं हैं?
अगर हां, तो आप कुछ अलग ही प्रकार के लक्षण महसूस करेगीं।
वैसे तो भारत में भ्रूण की जांच करवाना गैर कानूनी है, पर गर्भावस्था के समय कुछ ऐसे लक्षण पाए जाते हैं, जिनसे आप आसानी से पता लगा सकती हैं कि पेट में लड़का है या लड़की।
तो अगर आपको भी पता लगाना है और अब इंतजार करना मुश्किल है, तो पढ़ कर जानिये कि आपके घर पर कौन सा नन्हा मेहमान आने वाला है।
garbh me ladka ya ladki in hindi